प्रो. (डॉ.) राकेश कुमार आजाद
प्राचार्य
स्वामी शुकदेवानन्द स्नातकोत्तर महाविद्यालय
मुमुक्षु आश्रम, शाहजहाँपुर
संदेश
मेरे स्नेही विद्यार्थियों …
सम्पूर्ण प्रकृति में मानव ने अपनी प्रगति ज्ञान के माध्यम से ही सुनिश्चित की, यह ज्ञान ही तो था जिसके बल पर मनुष्य ने अपने से अत्यधिक बलशाली जीवों पर अपना अधिपत्य स्थापित किया। प्रेम, सद्भाव तथा दया से यह आज मानव ईश्वरकी सर्वोत्तम कृति है। मानव प्राचीनकाल से ही अपने विकास के लिए विविध विधान करता आया है। इसी विधान का परिणाम था शिक्षा-अर्जन और इस शिक्षा के निमित्त थे शिक्षा संकुल। इन शिक्षा संकुलों को आज हम विश्वविद्यालय,महाविद्यालय एवं अनेकानेक शिक्षण संस्थानों के रूप में जानते हैं।
उच्च शिक्षा में कार्य करने का एक लम्बा अनुभव मुझे प्राप्त हुआ। मुझे प्राचार्य के रूप में शाहजहाँपुर जनपद की पावन भूमि पर संतो के तेज से सुनिर्मित स्वामी शुकदेवानन्द महाविद्यालय में परम पूज्य स्वामी चिन्मयानन्द सरस्वती महाराज जी केआशीर्वाद से इस नवीन सत्र में कार्य करने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। मेरे लिए यह महाविद्यालय नया नहीं है। मैं इससे पूर्व भी यहाँ अनेक आयोजनों में सहभागिता करता रहा हूँ। यहाँ की आभा मुझे सेवा करने के लिय सदैव आकर्षित करती रही है। मैं जब-जब इस पावन भूमि पर आया, तब-तब मेरी आत्मा ईश्वर से प्रार्थना करती रही है मुझे इस पावन भूमि पर सेवा का अवसर प्राप्त हो। मैं उस ईश्वर का हृदय से आभारी हूँ जिसने मेरी इच्छा को अपना आशीर्वाद प्रदान किया ।
महाविद्यालय के प्रत्येक संकाय में डिजिटल एवं स्मार्ट कक्षायें प्रत्येक संकाय हेतु कम्प्यूटर प्रयोगशालाओं के अतिरिक्त विज्ञान के सभी विषयों हेतु प्रयोगशालाऐं, आडीटोरियम, इनडोर स्टेडियम व लेक्चर थियेटर तथा सेमिनार कक्षोंकी व्यवस्था है। हमारा परिसर अंतर्राष्ट्रीय संस्था द्वारा “स्वच्छ परिसर” के रूप में सम्मानित किया जा चुका है, हमारा महाविद्यालय विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु कटिबद्ध है एवं पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाने हेतु निरन्तर प्रयासरतहै। मुमुक्षु महोत्सव के द्वारा ज्ञान, विज्ञान, कला व दर्शन के ख्यातिलब्ध राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय विद्वान न केवल हमारे छात्रों का मार्गदर्शन करते हैं बल्कि हमारे शिक्षकों को भी वैचारिक रूप से अद्यतन करते रहे हैं। हम ज्ञान के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों को संस्कारवान भी बनाने के लिए तत्पर हैं। नई शिक्षा नीति को शत्-प्रतिशत लागू करना तथा महाविद्यालय में शैक्षिक व अनुशासनात्मक परिवेश हमारी प्राथमिकता में है। महाविद्यालय में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) का दौरा भी इसी वर्ष कराया जाना प्रस्तावित है।
मैं पूज्य स्वामी जी के मार्गदर्शन में इस शिक्षा संकुल को अपना सर्वोत्तम देने के लिए कटिबद्ध हूँ। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और शिक्षा के नवीन सोपान मेरे लिए मेरी प्राथमिकता के केन्द्र होंगे। अपने जीवन की शैक्षिक यात्रा मेंमहाविद्यालय को चुनने हेतु आपका धन्यवाद ।
इन्हीं शुभकामनाओं के साथ…
प्रो. (डॉ. राकेश कुमार आजाद )